सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) के लिए चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) के खिलाफ मुकाबला भूलने लायक था क्योंकि रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने उनकी 13 गेंदों में 33 रन बनाए। एसआरएच के हेड कोच टॉम मूडी (Tom Moody) का मानना है कि सीएसके के खिलाफ मैच मलिक के लिए अच्छी सीख वाला रहा।
मूडी ने मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘गायकवाड़ ने अच्छी पारी खेली। इसमें कोई शक नहीं। वो उच्च-गुणी खिलाड़ी हैं और हमें पता है कि वो लंबे समय तक बाहर नहीं बैठेंगे। गायकवाड़ का उमरान मलिक के खिलाफ निश्चित ही एक प्लान था। यह उमरान के लिए अच्छी सीख है। वो युवा है और सीख रहा है।’
वहीं अपनी टीम के एकमात्र विशेषज्ञ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर के बारे में बात करते हुए मूडी ने खुलासा किया कि दाएं हाथ में चोट लगने के बाद वो उस स्थिति में नहीं थे कि सीएसके के खिलाफ गेंदबाजी करें।
पहली पारी में डीप स्क्वायर लेग पर बाउंड्री रोकते समय सुंदर के दाएं हाथ में चोट लगी। इससे पहले भी उन्हें दाएं हाथ में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वो तीन मैचों में शिरकत नहीं कर पाए थे।
सुंदर ने सीएसके के खिलाफ भी गेंदबाजी नहीं की और तुरंत मैदान से बाहर चले गए। केन विलियमसन ने एडेन मार्करम और शशांक सिंह से सुंदर के ओवरों की भरपाई कराई। मार्करम ने तीन ओवर में 36 रन दिए जबकि शशांक ने एक ओवर में 10 रन दिए। फिर सुंदर बल्लेबाजी करने आए, लेकिन दो रन बनाकर आउट हो गए।
हैदराबाद को अपना अगला मैच दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेलना है और उसमें सुंदर की उपलब्धता पर गहरा संकट मंडरा रहा है। मूडी ने कहा, ‘यह उनके लिए दुर्भाग्य की बात रही कि उन्हें उसी हाथ में चोट लगी, जहां पहले लगी थी और टांके आए थे। वो पूरी तरह ठीक हो गया था, लेकिन दोबारा उसी क्षेत्र में चोट लगी।’
मूडी ने आगे कहा, ‘इसमें दोबारा टांका लगाने की जरूरत नहीं है, लेकिन दुर्भाग्यवश, वो ऐसी स्थिति में थे कि गेंदबाजी नहीं कर सकते थे। इसका हम पर गहरा प्रभाव पड़ा क्योंकि वह प्रमुख गेंदबाज थे।’
टी नटराजन भी पारी का पांचवां ओवर डालते समय चोटिल हो गए थे और मैदान से बाहर चले गए थे। फिर अंतिम ओवरों में वो गेंदबाजी करने लौटे और रुतुराज गायकवाड़ व एमएस धोनी के विकेट लिए। मूडी का मानना है कि सुंदर और नटराजन की गैरमौजूदगी ने विलियमसन पर दबाव बढ़ा दिया था।
मूडी ने कहा, ‘जब आप अपने प्रमुख गेंदबाजों में से एक को खो दो तो टीम के लिए तगड़ा झटका होता है। उस सय नटराजन भी चोटिल होकर बाहर गए और मैदान पर लौटने में समय लिया। हमारे सात ओवर फ्रंटलाइन गेंदबाजों ने नहीं किये थे। केन के लिए मैदान पर प्रबंध करना मुश्किल हो रहा था।’
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