रविंद्र जडेजा की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने अभी तक पूरे 8 मुकाबले खेले हैं। जिसमें से सिर्फ 2 मुकाबले ही जीत पाई है। और छह मुकाबले में हार मिली है जिसके दौरान रविंद्र जडेजा ने कप्तानी छोड़ दी और अब फिर से महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी का भार संभाला है। भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान के रूप में रिप्लेस करने वाले खिलाड़ियों में से एक है।
रविंद्र जडेजा को मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने ऑक्शन दौरान खरीदा गया था। रविंद्र जडेजा कप्तानी के बोझ के कारण प्रदर्शन करने में असमर्थ रहे हैं। रविंद्र जडेजा के कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स 8 में से सिर्फ दो मैच जीत पाई है। इस दौरान रविंद्र जडेजा का भी प्रदर्शन काफी खराब रहा है। जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी को वापस कप्तानी पे लौटना पड़ा, जिसके बाद कुछ लोगों ने महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी के रूप में वापस लौटने पर जश्न मनाया। तो वहीं कुछ लोग ने चेन्नई सुपर किंग्स के रणनीति पर सवाल उठाए I
यह देखते हुए कि 40 साल के उम्र के धोनी अब अपने कैरियर के अंत में है। भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह को लगता है कि चार बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स अपने फैसले पर टिके रह सकते थे और रविंद्र जडेजा को कप्तानी के रूप में इस सीजन एक मौका दे सकते थे।
आरपी सिंह ने कहा कि, जब महेंद्र सिंह धोनी है तो उन्हें एक अच्छे रूप में कप्तान होना चाहिए था। यदि आप कप्तानी किसी और को सैपते हैं जबकि अभी महेंद्र सिंह धोनी है ही जिसके कारण व्यक्ति इतना दवाब नहीं लेगा क्योंकि वह जानता है कि महेंद्र सिंह धोनी है जो उनका मार्गदर्शन करेंगे।
आरपी सिंह ने आगे कहा कि, फैसला अच्छा था लेकिन अगर आप पीछे मुड़ के देखेंगे तो जडेजा को बाहर नहीं करना चाहिए था। आप पहले ही उन्हें कप्तानी संभालने के लिए चुन चुके हैं जिसके दौरान पूरे सीजन के लिए उन पर भरोसा करें और उन्हें बीच में ना छोड़े I आपने जडेजा की उम्मीद पर पानी फेर दी कि वह अब कभी कप्तान बन सकते हैं।
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