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हिमाचल पुलिस भर्तीः 7-8 लाख रुपये में सौदेबाजी, एग्जाम से पहले ही पेपर हो गया था लीक

हिमाचल पुलिस भर्तीः 7-8 लाख रुपये में सौदेबाजी, एग्जाम से पहले ही पेपर हो गया था लीक

धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश में सरकारी विभागों में होने वाली भर्तियों पर सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि बीते वक्त में बहुत सी भर्तियों के एग्जाम से पहले ही पेपर लीक होने के मामले सामने आए हैं. अब ताजा विवाद हिमाचल प्रदेश पुलिस की भर्ती को लेकर हुए एग्जाम से जुड़ गया है. पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर एग्जाम से पहले ही लीक हो गया था. कांगड़ा पुलिस की ओर से इस संबंध में केस दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार, हिमाचल पुलिस भर्ती के लिए 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी. इसका पेपर एग्जाम से पहले ही लीक हो गया था. पुलिस अधीक्षक कार्यालय कांगड़ा की ओर से गग्गल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. पूरे मामले का खुलासा तीन अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद हुआ है.

कैसे हुआ खुलासा कि पेपर लीक हो गया है.
दरअसल, तीन अभ्यर्थियों ने परीक्षा में 90 में से 70 मार्क्स हासिल किए. जब इनके दस्तावेज जांचे गए तो 10वीं और 12वीं कक्षा में इनके एवरेज मार्क्स थे. इस पर शक हुआ तो पुलिस ने पुलिस ने तीनों से पूछताछ की.सख्ती से पूछताछ के दौरान तीनों युवक टूट गये और सारी कहानी उगल दी. पूछताछ में पता चला है कि 7 से 8 लाख रुपये देकर पहले ही पेपर लीक किए गए थे. पुलिस को जिस प्रिंटिंग प्रेस में पेपर की छपाई हुई है., वहां से पर्चों के लीक होने की आशंका है. साथ ही पेपर लीक गिरोह के तार दिल्ली और हरियाणा से जुड़े हो सकते हैं.

क्या कहती है पुलिस
एसपी कांगड़ा खुशाल ठाकुर ने इस मामले में चुप्पी साधी है. वह मामले को लेकर मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं. कभी उनका फोन स्विच ऑफ़ तो कभी व्यस्त और कभी फोन कॉल काट रहे हैं. बता दें कि 5 अप्रैल को लिखित परीक्षा का परिणाम निकाला जा चुका है और अब अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है.

कितने बच्चों ने दी थी परीक्षा
हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों के लिए 27 मार्च को भर्ती परीक्षा हुई थी. इनमें 932 पुरुष, 311 महिला कांस्टेबल, 91 पुरुष कांस्टेबल बतौर चालक पदों के लिए 5 अप्रैल 2022 को परिणाम घोषित हुआ. पहले चरण में लिखित परीक्षा का आयोजन प्रदेश में निर्धारित 81 केंद्रों पर किया गया था. लिखित परीक्षा में कांस्टेबल पुरुष के पदों के लिए 60 हजार से अधिक और कांस्टेबल महिला पदों के लिए 14 हजार से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.

कई भर्तियों में गड़बड़झाला
हिमाचल प्रदेश में कई भर्तियों में पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं. हाल ही में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (जेओए-आईटी) आईटी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. मंडी जिले के सुंदरनगर के निजी एमएलएसएम कॉलेज में पेपर लीक हुआ था. मामले में निजी स्कूल के एक शिक्षक समेत छह लोग गिरफ्तार किए गए हैं. हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की ओर से यह एग्जाम करवाया गया था. इससे पहले, 2020 में कंडक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. करीब दो साल पहले कांगड़ा जिले में पुलिस भर्ती परीक्षा में कई परीक्षार्थियों ने अपनी जगह साल्वर बैठाए थे. लगातार भर्तियों में हेराफेरी से सरकार की साख पर भी सवाल उठ रहे हैं. अहम बात यह है कि कांगड़ा में ही भर्ती को लेकर विवाद होता है.

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