रोहित शर्मा के बाद इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं जिनकी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने 4 बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की है। इससे जुड़ी एक बहुत ही खास बात जो बेहद कम लोग जानते हैं। महेंद्र सिंह धोनी 2008 से चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते आ रहे हैं लेकिन शुरू में आईपीएल के पहले मेगा ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने महेंद्र सिंह धोनी को खरीदने की बहुत कोशिश की थी। लेकिन एक छोटे से नियम ने महेंद्र सिंह धोनी को मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल होने से रोक दिया जिसके बाद पूरा इतिहास बदल गया।
मुंबई इंडियंस की टीम ने पहले ही कह दिया था कि वह मेगा ऑक्शन महेंद्र सिंह धोनी को खरीदने जाएंगे। लेकिन सचिन तेंदुलकर को आईकॉन स्टेटस के लेवल पर खरीदने के बाद उनका बजट हिल गया था। वही ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स जैसी कुछ बेहतरीन टीमें थी। जिनके पास अच्छे स्टेटस वाला खिलाड़ी नहीं था। इसमें दिनेश कार्तिक का स्टेटस था लेकिन उनके स्टार पावर उतना नहीं था।
तो वहीं 2007 के आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाले महेंद्र सिंह धोनी झारखंड से आते थे जहां की टीम ही नहीं थी ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी को खरीदने के चलते चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के के बीच बोली की लड़ाई हुई। इस लड़ाई में चेन्नई सुपर किंग्स ने बाजी मार ली क्योंकि उनके पास आइकॉन स्टेटस वाला खिलाड़ी तो नहीं था लेकिन मुंबई इंडियंस के मुकाबले उन का बजट काफी मजबूत था।
जिसके बाद मुंबई इंडियंस के पास पैसा की कमी हो गई, जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में जुड़ गए। 9.5 करोड़ में चेन्नई सुपर किंग्स ने महेंद्र सिंह धोनी को अपने टीम के लिए खरीद लिया। हालांकि आइकॉन स्टेटस रूल के जिस वजह से महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में गए। जिसके बाद अगले सीजन से उस नियम को हटा दिया गया।
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