चंडीगढ़। हरियाणा में वर्ष 2020में विज्ञापित 5500पुरुष पुलिस कांस्टेबल भर्ती परसेंटाइल फार्मूले में फंस गई है। इस फार्मूले की वजह से पुरुष सिपाही भर्ती के 5500 पदों का फाइनल परिणाम चार माह से अटका है। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जल्द परिणाम जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी रोजाना आयोग के पंचकूला स्थित कार्यालय के बाहर रोष जताने पहुंच रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।
जनवरी 2022 तक लिखित और शारीरिक मापदंड परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच हो चुकी है। लेकिन आयोग भर्ती का परिणाम जारी नहीं कर रहा है। आयोग परिणाम जारी करने के लिए परसेंटाइल फार्मूला लगा रहा है। लिखित परीक्षा में प्राप्त स्कोर में आर्थिक सामाजिक आधार के अंक जोड़े जा रहे हैं। इसका अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि प्राप्त अंकों के आधार पर ही परिणाम जारी किया जाए। परसेंटाइल फार्मूले से परिणाम जारी करने के विरोध में 350 से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई है।
अभ्यर्थी कह रहे है कि परसेंटाइल फार्मूले से मेरिट वाले अभ्यर्थी बाहर हो रहे हैं और केवल आर्थिक सामाजिक आधार पर अंक हासिल करने वालों को नौकरी मिल रही है। यह फार्मूला तर्कसंगत नहीं है। आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि परसेंटाइल फार्मूले को लेकर हाईकोर्ट के जैसे ही आदेश होंगे उसका पालन करते हुए तुरंत परिणाम जारी कर दिया जाएगा।13 दिसंबर 2020 को 5500 पुरुष सिपाही पदों की भर्ती के विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें 8 लाख 39 हजार युवाओं ने आवेदन किया था। 30 अक्तूबर, एक और दो नवंबर 2021 को लिखित परीक्षा हुई। परीक्षा में 3 लाख 89 हजार अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। आयोग ने 11 दिसंबर को लिखित परीक्षा का परिणाम जारी किया जिसमें 38 हजार 547 युवा पास हुए। पास अभ्यर्थियों का 17 दिसंबर से 28 दिसंबर के बीच फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट (पीएसटी) हुआ। इसके बाद 3 से 20 जनवरी तक फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट (पीएमटी) के साथ डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन हुई।
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