आईपीएल 2022 से चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने रविंद्र जडेजा को रिलीज कर दिया है और वह घर वापस आ गए हैं। फ्रेचाइजी के सीईओ कासी विश्वनाथन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह फैसला ” मेडिकल एडवाइस पर” लिया गया। पसली की चोट के कारण जडेजा बाकी आईपीएल से बाहर हो गए थे। टीम के फिलहाल आठ अंक हैं और टूर्नामेंट में अभी उसके तीन ग्रुप लीग मैच बाकी हैं।
सीएसके के इंस्टाग्राम हैंडल से बुधवार को कथित तौर पर जडेजा को अनफॉलो कर दिया गया। इससे दोनों के बीच दरार की अफवाहें फैल गईं। जडेजा ने खराब शुरुआत के बाद सीजन के मध्य में सीएसके की कप्तानी छोड़ दी। हालांकि, विश्वनाथन ने जोर देकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है,लेकिन जडेजा के कुछ साथियों ने कलह का संकेत दिए हैं। उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर द इंडियन एक्सप्रेस से बात की है। उनके मुताबिक, जिस तरह से कप्तानी में बदलाव किया गया, उससे जडेजा खुश नहीं थे। उनका कहना है कि इस ऑलराउंडर को लगा कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी रही।
हालांकि, सीएसके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि जडेजा “सीएसके की योजनाओं में मजबूती से बने हुए हैं।” उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर मैं बिल्कुल कुछ भी फॉलो नहीं करता। वहां क्या हो रहा है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। मैं आपको बता सकता हूं कि प्रबंधन की तरफ से कोई समस्या नहीं हुई है और सोशल मीडिया पर जो कुछ भी चल रहा है, मुझे उसकी जानकारी नहीं है। जडेजा हमेशा भविष्य के लिए सीएसके की योजना में मजबूती से बने हुए हैं।”
जडेजा की चोट के संबंध में काशी विश्वनाथान ने कहा, “आरसीबी के खिलाफ मैच के दौरान जड्डू को चोट लगी थी और उसके बाद उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच नहीं खेला। मेडिकल एडवाइस पर यह तय किया गया है कि वह इस आईपीएल में आगे खेल नहीं ले सकते और वह घर वापस जा रहे हैं। उसे रिलीज कर दिया गया है।”
चेन्नई सुपरकिंग्स ने बयान में कहा, “रविंद्र जडेजा की पसली में चोट लगी है और रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के मैच के लिए अनुपलब्ध थे। वह निगरानी में थे और मेडिकल एडवाइस के आधार पर वह आईपीएल के बाकी सत्र के लिए बाहर हो गए हैं।” आईपीएल 2022 से पहले सीएसके ने जडेजा को एमएस धोनी के उत्तराधिकारी नियुक्त किया। उन्हें 16 करोड़ रुपये और धोनी के 12 करोड़ रुपये में रिटेन किया और फिर टूर्नामेंट की शुरुआत से कुछ दिन पहले उन्हें कप्तान बनाया। फेंचाइजी का विचार था कि वह धोनी की मौजूदगी में भविष्य के लिए तैयार होंगे।
जडेजा ने मैदान पर फैसला लेने में धोनी की मदद लेने में संकोच नहीं किया। लेकिन सीएसके की लगातार हार और जडेजा के खराब फॉर्म ने काम बिगाड़ दिया। ऑलराउंडर ने धोनी को कप्तानी वापस सौंप दी। सीएसके की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था: “रविंद्र जडेजा ने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है और एमएस धोनी से सीएसके का नेतृत्व करने का अनुरोध किया है। एमएस धोनी ने बड़े हित में इसे स्वीकार लिया है।”
धोनी ने सार्वजनिक रूप से बताया था कि कप्तानी का दबाव जडेजा के खेल को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि जडेजा को पता था कि पिछले सीजन में वह इस साल कप्तानी करेंगे। पहले दो मैचों मैंने उनकी मदद की। उसके बाद मैंने उन्हें खुद जिम्मेदारी लेने के लिए छोड़ दिया। एक बार जब आप कप्तान बन जाते हैं, तो आप काफी जिम्मेदारी आ जाती हैं। काम के बोझ का उनके दिमाग पर असर पड़ा। मुझे लगता है कि कप्तानी ने उनकी तैयारी और प्रदर्शन पर बोझ डाला।”
Leave a Reply