नई दिल्ली। चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज सिमरजीत सिंह ने एक घटना को याद किया जब उन्हें एशिया कप संस्करण से पहले भारत U19 टीम से अनजाने में बाहर कर दिया गया था। इसके बाद गेंदबाज काफी टूट चुके थे, लेकिन उनके उनके माता-पिता ने उन्हें प्रोत्साहित किया और प्रेरित किया और उनका मनोबल बढ़ाया।
सिमरजीत सिंह ने कहा, “वो एक समय था जब मुझे अंडर -19 स्तर पर एशिया कप में भारत के लिए खेलने के लिए टीम में चुना गया था। टीम एशिया कप के लिए रवाना होने वाली थी। हमारी फ्लाइट जाने से ठीक 11 घंटे पहले मुझे एक कॉल आया जिसमें कहा गया था कि मैं एशिया कप में नहीं जा सकता। यह कुछ अजीब नियम के कारण था। मुझे कहा गया कि आप पहले भी एशिया कर खेल चुके हैं। ऐसे में नियम के मुताबिक अब आप नहीं खेल सकते हैं। इसलिए चयनकर्ता ने मेरा चयन रद्द कर दिया।”
उन्होंने आगे कगा, “मुझे अगली सुबह जल्दी उड़ान भरनी थी और मुझे फोन आया कि मैं अब टीम का हिस्सा नहीं हूं। इस घटना ने वास्तव में मुझे निराश कर दिया लेकिन मेरे माता-पिता ने मुझे यह कहकर शांत करने की कोशिश की कि तुम जहां हो वहां पहुंचने पर मुझे गर्व होना चाहिए।”
सिमरजीत सिंह ने एक लंबा सफर तय किया है क्योंकि उन्होंने 2018 में डेब्यू के बाद अपने करियर में 11 प्रथम श्रेणी, 23 लिस्ट ए और इतने ही टी20 खेले हैं। चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा उन्हें चुने जाने के बाद तेज गेंदबाज को बड़ा ब्रेक मिला। उन्हं चेन्नई ने उनके 20 लाख के बेस प्राइस पर खरीदा। प्लेइंग इलेवन से बाहर रहने के बाद आखिरकार सिंह ने पुणे में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आईपीएल में डेब्यू किया।
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