Home » सतोहल नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन विदेशी लेखकों के नाटकों का हुआ मंचन – चेखव के द बर्थडे प्रेजेंट व मौलियर के आदाब अर्ज है की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को हंसाया

सतोहल नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन विदेशी लेखकों के नाटकों का हुआ मंचन – चेखव के द बर्थडे प्रेजेंट व मौलियर के आदाब अर्ज है की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को हंसाया

सतोहल नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन विदेशी लेखकों के नाटकों का हुआ मंचन – चेखव के द बर्थडे प्रेजेंट व मौलियर के आदाब अर्ज है की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को हंसाया

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ,भाषा एवं संस्कृति विभाग ,व हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला के सहयोग से हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान व नाटय रंगमण्डल द्वारा द्वितीय दिन के नाट्य महोत्सव पर चेखव द्वारा लिखित कहानी द बर्थडे प्रेजेंट व मौलियर  द्वारा लिखित हास्य नाटक द मॉक डॉक्टर  का हिंदी अनुवाद आदाब अर्ज है  मंचित किया गया। मुख्य अतिथि श्रीनिवास जोशी पूर्व प्रशासनिक अधिकारी कला मर्मज्ञ के अतिरिक्त देवेंद्र गुप्ता सरदार बल्लभ भाई पटेल की वाइस चांसलर अनुपमा राजू रोटरी क्लब मंडी के प्रेसिडेंट मुनीश सूद व रोटरी क्लब सुंदरनगर के प्रेसिडेंट मौजूद थे। महोत्सव की दूसरे दिन की संध्या पर चेखव की कहानी द बर्थडे प्रेजेंट से शुरुआत की गई। जिसमें एक पिता अपने बेटे के बालिग होने पर उसे सेक्स एजुकेशन के लिए कोठे पर ले जाता है और वेश्या से प्रार्थना करता है कि वह उसके बेटे के साथ नरमी से पेश आएं। लेकिन लडक़ा अपनी उम्र को कम बताते हुए अपने पिता से रिक्वेस्ट करता है उसके पास बालिग होने के लिए कुछ वर्ष है। एडल्ट एजुकेशन के माध्यम से चेखव इस कहानी को लिखा है, जिसकी प्रासंगिकता आज समसामयिक है बहुत ही खूबसूरती के साथ संस्था के कलाकारों द्वारा इस नाते प्रस्तुति को खेला गया और लोगों को लोगों ने इसे सराहा जिसमें अंतोंन के रोल में रूपम, नन्हा अनतोषा – निशांत, व, बाप- अंकित पराशर व वेश्या की भूमिका मे शाउनी ने अपने किरदारों को बहुत ही सफल पूर्वक निभाया। इसके पश्चात मौलियर की कॉमेडी आदाब अर्ज़ है को प्रस्तुत किया गया जो एक हास्य नाटक था । जिसमें पति पत्नी की झगड़े को लेकर बहुत ही उम्दा तरीके से लिखा गया, यह एक हास्य नाटक था। जुबेदा की भूमिका में सीमा शर्मा व जुम्मन की भूमिका में दीप कुमार ने बहुत ही खूबसूरती से अपने किरदारों को निभाया इसके अतिरिक्त हिकमत -बंटी, फखरूत- कश्मीर,लल्लन- शमीम-रिया, फातिमा,गुलशेख – शुभम वर्मा, अवनीश। इन दोनों प्रस्तुतियों का निर्देशन सीमा शर्मा द्वारा किया गया प्रकाश व्यवस्था शिवा शर्मा द्वारा की गई संगीत शाऊनी व निशांत द्वारा किया गया।

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