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पीरन पंचायत की सुध भी ले सरकार -दयाराम वर्मा

पीरन पंचायत की सुध भी ले सरकार -दयाराम वर्मा

शिमला। विकास की दृष्टि से मशोबरा ब्लाॅक की अंतिम पीरन पंचायत काफी पिछड़ रही है जिस बारे लोगों में  सरकार के प्रति रोष व्याप्त है  । यह बात पीरन पंचायत के पूर्व प्रधान दयाराम वर्मा और समाज सेवी प्रीतम ठाकुर  ने विशेष बातचीत के दौरान कही । इनका कहना है कि सोलन से ठूंड वाया पीरन चलने वाली एक मात्र बस सेवा बीते दो वर्षों में आठ बार बंद हो चुकी है जिससे विशेषकर किसानों को अपने उत्पाद सोलन सब्जी मंडी में पहूंचाने में बहुत परेशानी पेश आ रही है । बताया कि यह बस सेवा वर्ष 1995 के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 वीरभद्र सिंह द्वारा नारिगा पुल का उद्घाटन करने के दौरान हरी झंडी दिखाकर आरंभ की गई थी । इनका कहना है  कि पीरन पंचायत में दो स्वास्थ्य संस्थान है जहां पर कोई भी डाॅक्टर एवं पैरामैडिकल स्टाफ नहीं है । क्षेत्र के लोगों को छुटपुट बीमारी का इलाज करने के लिए सोलन अथवा शिमला जाना पड़ता है जिससे लोगों की धन व समय की बर्बादी हो रही है । बताया कि पीएचसी ट्रहाई में केवल एक मात्र चिकित्सक थे जिनका सरकार ने बीते छः माह पूर्व तबादला कर दिया है   । इसी प्रकार आयुर्वेदिक औषधालय पीरन के डाॅक्टर को  शिमला  में बीते छः माह से डेपूटेशन पर लगाया गया है । प्रदेश सरकार द्वारा विकास के बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं परंतु धरातल पर स्थिति कुछ अलग है ।
दयाराम वर्मा का आरोप है कि करीब चार वर्ष पहले पीरन गांव को प्रधानमंत्री ग्राम आदर्श योजना के तहत लाया गया था परंतु हैरानी का विषय हैे कि इस अवधि में इस योजना के तहत पीरन गांव में एक ईंट भी नहीं लग सकी है अर्थात आदर्श गांव के नाम पर पीरन की जनता के साथ बहुत बड़ा मजाक हुआ है । इनका कहना है कि पीरन पंचायत सभी वार्ड के रास्ते कच्चे हैं।  जिससे ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कत पेश आती है । हैरत है कि सरकार ने पंचायत के वार्डोंे के रास्तों को पक्का करने के लिए आजतक फूटी कौड़ी उपलब्ध नहीं करवाई है । बताया कि आयुर्वेदिक औषधालय पीरन का भवन जर्जर हालत में हो गया है । विभाग द्वारा इस भवन की मुरम्मत करवाने के लिए पैसे का कोई प्रावधान नहीं किया गया है । विद्युत आपूर्ति की यह हालत है कि कोटी नीन में हल्की हवाएं चलने पर कई कई घंटे बिजली गुल हो जाती है । इस क्षेत्र में मात्र फ्यूज लगाने के लिए भी बोर्ड का कोई भी कर्मचारी उपलब्ध नहीं है । इनकी सरकार से मांग की है कि सोलन -ठूंड बस सेवा पुनः आरंभ की जाए तथा स्वास्थ्य संस्थानों में डाॅक्टरों को तैनात किया जाए ं। इससे अतिरिक्त  पंचायत के समग्र विकास के लिए उदारता से  धनराशि उपलब्ध करवाई जाए ।

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