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वोट रद्द कराने वाले हरियाणा कांग्रेस के विधायक की पहचान के प्रयास जारी

चंडीगढ़,14जून।  हरियाणा में हाल में राज्यसभा की दो सीटों के लिए कराए गए गए चुनाव में कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद्द हो जाने से कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की हार के मामले में हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने पार्टी नेतृत्व को भेजने के लिए रिपोर्ट तैयार कर ली है। समझा जा रहा है कि बंसल अपनी रिपोर्ट जल्दी ही भेजेंगे।

राज्यसभा चुनाव में मतपत्र पर सही का निशान लगाकर वोट रद कराने वाले कांग्रेस विधायक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इसके चलते अभी तक पार्टी हाईकमान तक प्रदेश प्रभारी की वह रिपोर्ट भी नहीं पहुंच पाई है, जिसमें इस बात का जिक्र किया जाना है कि किस विधायक ने अपनी वोट रद कराई है। राज्यसभा चुनाव के नतीजे आए भी तीसरा दिन बीत गया है। इसके बावजूद कांग्रेस विधायकों के बीच उसकी पहचान नहीं हो सकी, जिसने पार्टी के साथ धोखा किया है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि रायपुर प्रशिक्षण के दौरान जब 28 विधायकों ने लोटे में नमक डालकर भरोसे की सौगंध खाई तो इन विधायकों को अपने बारे में हाईकमान के सामने खुद ही स्थिति साफ करनी चाहिये। रायपुर प्रशिक्षण में नहीं पहुंची विधायक किरण चौधरी ने ही अभी तक इस मामले में स्पष्ट किया है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है। फिर गलती किसने की है? यह यक्ष प्रश्न अभी तक कांग्रेस के सामने खड़ा हैराज्यसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी अजय माकन की बजाय निर्दलीय कार्तिकेय के समर्थन में क्रास वोटिंग करने वाले विधायक कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ पार्टी ने कड़ी कार्रवाई पहले ही कर दी है। उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कराने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि तकनीकी तौर पर कुलदीप बिश्नोई की विधानसभा से सदस्यता रद नहीं हो सकती, लेकिन वह विधानसभा में असंबद्ध विधायक के तौर पर बैठ सकते हैं और उनकी कुर्सी कांग्रेस विधायकों से अलग लगेगी। लेकिन यह तभी संभव है, जब कांग्रेस स्पीकर के पास यह पत्र भेजे।कांग्रेस पार्टी को अब उस विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी है, जिसने अपनी पहली पसंद के प्रत्याशी अजय माकन के नाम के आगे एक डंडा लगाने की बजाय सही का निशान लगा दिया

प्रभारी विवेक बंसल का कहना है की राज्यसभा सदस्य दीपेंद हुड्डा पार्टी के 30 विधायकों में से 29 विधायकों को ईमानदार तो बता रहे हैं मगर वे भी यह साफ नहीं कर सके कि वह एक विधायक कौन है जो ईमानदार नहीं है। भाजपा इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। कांग्रेस के एक विधायक के बेईमान होने के कारण ही भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा की जीत हुई थी।’ राज्यसभा चुनाव में बैलेट पेपर पर सही का निशान लगाने की गलती करने वाले किसी विधायक ने अभी तक हमें सामने से आकर खुद नहीं बताया है। हमें तीन विधायकों पर शक है। पर्यवेक्षक राजीव शुक्ला और नेता प्रतिपक्ष के साथ बैठकर हम एक या दो दिन में इन तीनों विधायकों से बात करेंगे और उनका पक्ष जानेंगे। इसके बाद अंतिम निर्णय पर पहुंचेंगे। इस बाबत तत्काल हाईकमान को सूचित कर दिया जाएगा।

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