इनैबलिंग वूमन ऑफ कमांद वैली सोसायटी और आईआईटी मंडी नाबार्ड के सहयोग से क्षेत्र के किसानों को एकजुट कर किसान उत्पादक कंपनियां बनने का अवसर दे रहे हैं। वैज्ञानिक पद्धति से उत्पादन बढ़ाने के लिए वे एक खास मॉडल स्थानीय समुदाय – एनजीओ – एकेडेमिया आईआईटी मंडी, सीएसआईआर आईएचबीटी, उद्योग प्रकृति बायोटेक उत्पाद पर काम कर रहे हैं। ईडब्ल्यूओके मंडी जिले में टैगेट की खेती की चुनौतियां दूर करने के लिए इस मॉडल के सभी भागीदारों को एकजुट करने के लक्ष्य से संवाद सत्र आयोजित करता रहा है। पिछला सत्र 7 जून को आयोजित किया गया था। वे स्थानीय किसानों को बीज की आपूर्ति करते रहे हैं। इस वर्ष कुल 60 किसान बीज प्राप्त कर चुके हैं। हाल के विकास पर प्रकाश डालते हुए सुश्री संध्या मेनन, कार्यकारी निदेशक संचालन, ईडब्ल्यूओके सोसायटी, आईआईटी मंडी ने मिशन एरोमा के तहत प्राप्त यूनिट के लिए सीएसआईआर आईएचबीटी और आईआईटी मंडी का आभार व्यक्त किया। जिसने तेल निकालने की यूनिट लगाने के लिए जमीन और अन्य सुविधाएं दी। पिछले तीन वर्षों के प्रयास से यह साबित हो गया है कि जंगली गेंदा की खेती न केवल किसानों को बेकार पड़ी भूमि को उपयोगी बनाने में मदद करती है बल्कि उनकी आमदनी भी बढ़ाती है जो कि 1200 रुपए से 10000 रुपए प्रति बीघा होती है। इसे नई ऊंचाई देने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि किसान इस उद्यम का स्वामी बन कर भावी सफलता सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी किसानों से ईडब्ल्यूओके से जुडऩे और मुनाफे के साथ संगठन के संचालन की अपील की। जिसका उनके परिवार और आने वाली पीढिय़ों को भी लाभ मिलेगा। जंगली गेंदा नाम से मशहूर टैगेट के तेल की बहुत मांग है। इसलिए ईडब्ल्यूओके किसानों को उन खेतों पर टैगेट उपजाने को प्रोत्साहित करता है जो वन्यजीवों के डर से उन्होंने छोड़ दिए थे। इसके चलन में आने से किसानों की व्यर्थ भूमि से अतिरिक्त आमदनी में मदद मिल रही है। सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर ने अरोमा मिशन-2 के तहत तेल निकालने की यूनिट प्रदान की है जिसे ईडब्ल्यूओके ने सालगी गांव में आईआईटी मंडी से प्राप्त भूमि पर स्थापित किया गया है। इस यूनिट का लाभ कटौला, बथेरी, कटिंडी, सकरयार, कामंद और नवलय पंचायतों के किसानों को आसानी से मिल रहा है। इस तरह खेती के मूल्यवर्धन से स्थानीय किसान 1 बीघा खेत से लगभग 9000 रुपए ,11,000 रुपए की आमदनी कर रहे हैं।
फोटो: आईआईटी मंडी ने स्थापित की जंगली गेंदा का तेल निकालने की यूनिट।
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