चंडीगढ़, 21 जून।पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आई. ए. एस. अधिकारी संजय पोपली को नवांशहर में सिवरेज पाईप लाईन डालने के टैंडरों को मंज़ूरी देने के लिए कथित तौर पर रिश्वत के तौर पर 1फीसदी कमीशन की माँग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पोपली के साथ अन्य अधिकारी सन्दीप वत्स को भी जालंधर से काबू किया गया है।
हरियाणा के करनाल निवासी संजय कुमार दिखादला कोआपरेटिव सोसायटी लिमिटेड नाम की एक फर्म के साथ एक सरकारी ठेकेदार है। उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि संजय पोपली, आई. ए. एस., जब मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सी. ई. ओ.) पंजाब जल सप्लाई और सीवरेज बोर्ड के पद पर तैनात थे, तब उन्होंने अपने सहायक सचिव सन्दीप वत्स की मिलीभगत से 7.30 करोड़ रुपए के टैंडर मंजूर करने के लिए रिश्वत की माँग की थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि 12 जनवरी, 2022 को सन्दीप के वटसऐप से उसको कॉल आई, जिसमें संजय पोपली की तरफ़ से टैंडर आवटन के लिए 7 लाख रुपए ( 7 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट का 1फीसदी) रिश्वत की माँग की गई थी। उसने डर कर अपने पी. एन. बी. खाते में से 3. 5 लाख रुपए निकलवा कर सैक्टर-20, चंडीगढ़ में एक कार में सन्दीप वत्स को दे दिए। उसने बताया कि रकम प्राप्त करने के बाद सन्दीप वत्स ने संजय पोपली को उसके व्हाट्स एप नंबर पर कॉल करके पुष्टि भी की और अपने लिए भी 5000 रुपए लिए थे।
हालाँकि शिकायतकर्ता ने संजय पोपली के नाम पर सन्दीप वत्स की तरफ से बार-बार माँगे जा रहे बकाया 3. 5 लाख रुपए देने से इन्कार कर दिया था। शिकायतकर्ता ने सारी बातचीत की वीडियो रिकार्डिंग भी बना कर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दी है। ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि संजय कुमार के बयानों के साथ-साथ उसकी तरफ से पेश किये वीडियो सबूतों के आधार पर आई. ए. एस अधिकारी संजय पोपली और सन्दीप वत्स के विरुद्ध टैंडर आवंटन के बदले 1 प्रतिशत रिश्वत मांगने और 3.5 लाख रुपए प्राप्त करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
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