शिमला 20 दिसंबर, 2022.
कोविड-19 काल में निजी स्कूलों की ओर से बच्चों की पूरी फीस वसूलने के कारण उपजा विवाद अभी तक भी थमता नजर नहीं आ रहा है। वहीं एक मामला दयानंद पब्लिक स्कूल ने बच्चों के रिजल्ट रोक दिए हैं, और डीपीएस अभिभावकों से पहले कोविद काल की शेष फीस जमा करवाने का दबाब बना रहा है, जिस की Dy. Director, Education की Enquiry अभी तक लम्बित है l अभिभावकों ने कथित Enquiry Report की कॉपी भी प्राप्त कर ली है, जिस के अनुसार DPS ने बिना जनरल हॉउस की सहमति के बिना फ़ीस वृद्धि की है, और इसमें DC शिमला से recommendation की गई है कि DPS को General house call करने का निर्देश दिया जाय ताकि DPS दुआरा Directorate of Education की notification का पालन सुनिश्चित किया जा सके|लेकिन अभिभावकों ने DC शिमला की कार्यप्रणाली पर भी सन्देहास्पद बताया है कि जब मार्च 2022 में ही Dy. Director, Education ने DC शिमला को अपनी Enquiry Report submit कर दी थी तो 9 महीनों के बाद भी कथित स्कूल पर कोई भी action क्यों नहीं लिया गया है, जिसका खामियाजा अभिभावकों व बच्चों को अभी तक भुगतना पड़ रहा है|
अभिभावकों में मनीष मेहता, निशा शर्मा, रेखा शर्मा, वीरेंद्र कुमार व अंजना ने मीडिया के माध्यम से यह मांग की है, कि ऐसे स्कूलों पर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाय व बच्चों का result शीघ्र से शीघ्र घोषित किया जायl
उन्होंने ये भी मांग की है कि DPS दुआरा जनरल हाउस की सहमति के बिना फीस वृद्धि को तुरंत निरस्त किया जाय और जो Excess फीस ली गई है, उसे भी तुरन्त अभिभावकों को वापिस किया जाय l
अभिभावकों का ये भी कहना है कि वे पिछले 2 सालों से इस मुद्दे पर अपना आंदोलन लड़ रहे हैं, लेकिन पिछली सरकार ने इस गम्भीर मुद्दे पर कोई ध्यान देना उचित नहीं समझा, लेकिन अब नए मुख्यमंत्री श्री सुखविन्दर सिंह सुखु जी से बड़ी उम्मीद है कि वे इस गम्भीर मुद्दे पर विचार व उचित कार्यवाही जरुर करेंगें ।
उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन, सरकार की ओर से जारी अधिसूचना की सरेआम धज्जियां उड़ाई रहा है तथा बिना किसी जनरल हाउस की अप्रूवल के मनमर्जी की फीस वसूली जा रही है।
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