राजेंद्र सिंह जादौन
चंडीगढ़,23फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश की राजनीतिक फिजा तो कुछ इस तरह बदली है कि दो लालो भजन लाल और देवीलाल की विरासत तो उनके साथ ही खड़ी है और फिर चौथे लाल के रूप में स्वयं को स्थापित करते हुए अमृत काल के पहले वर्ष 2023 और 24 के प्रदेश के बजट में अमृत की बूंदे गिराकर प्रदेश के विकास की फिजा भी बदलने की पहल की है। मनोहर लाल ने वित्त मंत्री के रूप में अपने इस चौथे बजट को शिक्षा के लिए समर्पित करते हुए कुल एक लाख तेरासी हजार नौ सौ पचास करोड़ के बजट में सबसे अधिक बीस हजार छह सौ अड़तीस करोड़ रुपए का आवंटन किया है।बजट में पिछले बजट से 11.6फीसदी की बढ़ोतरी की है। पिछला बजट एक लाख सतत्तर हजार करोड़ रुपए से अधिक था।बजट में कोई नया कर नही लगाया गया है।साथ ही आर्थिक विकास की बुनियाद मजबूत करने की पहल की गई है। चुनावी वर्ष में प्रवेश करने से पहले इस बजट में बुढ़ापा पेंशन में 250 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है। अब बुजुर्गों को 2750 रुपए पेंशन मिलेगी। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के रियायती किराये की पात्रता के लिए आयु सीमा को 65 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष करने का प्रस्ताव बजट में मुख्यमंत्री ने किया है।बजट में ग्रुप सी और डी की नौकरियों में 65हजार युवाओं को नियुक्ति देने का प्रस्ताव भी है।
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