चंडीगढ़,24 फरवरी।बेसिक पेंशन व मेडिकल भत्ते में बढ़ोतरी की मांग को लेकर शुक्रवार को पेंशनर्स ने हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए। ज्वाइंट एक्शन कमेटी रिटायर्ड कर्मचारी हरियाणा के बेनर तले आयोजित इन प्रदर्शनों में सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, नगर निगमों, विश्वविद्यालयों के बड़ी संख्या में पेंशनर्स ने भाग लिया। प्रदर्शनों के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपे गए। प्रदर्शनों में सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में चेतावनी दी कि अगर मांगों का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में पेंशनर्स की 65, 70 व 75 वर्ष की आयु पर मूल पेंशन में क्रमशः 5 -10 15 प्रतिशत वृद्धि करने, बढ़ती उम्र को देखते हुए मेडिकल भत्ता एक हजार से बढ़ाकर तीन हजार करने व सभी बीमारियों के पूर्ण इलाज का खर्च सरकार द्वारा बिना किसी भुगतान के करने, कमयुटेशनी की कटौती 15 वर्ष के बजाय 12 वर्ष में पूर्ण करने, एनपीएस खत्म कर पुरानी पेंशन बहाल करने ,फैमिली पेंशनरों को भी एलटीसी का लाभ देने, बुढ़ापा सम्मान पेंशन में आय की शर्त हटाने, विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों पर पूर्ण वेतनमान पर भर्ती करने और हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया गया है। इस अवसर पर एक मांग पत्र राज्यपाल को भेजकर मांग की गई कि महिला कोच का यौन उत्पीड़न करने वाले राज्यमंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करके कार्रवाई की जाए।
ज्वाइंट एक्शन कमेटी रिटायर्ड कर्मचारी हरियाणा के राज्य संयोजक जरनैल सिंह सांगवान ने बताया कि शुक्रवार को प्रदेश भर में आयोजित प्रदर्शनों में हजारों पेंशनरों ने भाग लिया और सरकार की हठधर्मिता के प्रति रोष प्रकट किया। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार कैशलेस इलाज के नाम पर एक बीमा योजना लाना चाहती है, जो कि एक ऐसी योजना है जिसके अनुसार मेडिकल मासिक भत्ता 1000रुपए बंद करके बीमा कंपनी को 25000 रुपए वार्षिक देने का प्रावधान है। जिसको सभी संगठनों ने 16 फरवरी की चंडीगढ़ बैठक में नामंजूर कर दिया । सभी ने एकमत से कहा कि सभी के पूर्ण इलाज की सुविधा केवल सरकारी अस्पतालों की संख्या बढ़ाकर और सभी नागरिकों को मुहैया करवाई जानी चाहिए। जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी बीमा कंपनियों के बजाय सरकार की सुनिश्चित होनी चाहिए।
प्रदर्शनों को अंबाला में रामनाथ धीमान, कुरुक्षेत्र में मानसिंह ,करनाल में एस.एल. दुरेजा व उधम सिंह राठी, जींद में किताब सिंह भनवाला व राजकुमार शयोकंद, रोहतक में कामरेड रामकिशन, देवराज नांदल, मेहर सिंह नैन व प्रेम सैनी, हिसार में मनोहर लाल जाखड़ व एम एल सहगल, भिवानी में वजीर सिंह, सिरसा में जोगिंदर सिंह,गुड़गांव में राजेंद्र सिंह अहलावत, फरीदाबाद में एस एस बांगा, लज्जा राम,नवल सिंह व यूएम खांन ने भी संबोधित किया।
Leave a Reply