चंडीगढ़, 25 मार्च । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी नए नवोन्मेषी विचार प्रयोग कर सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित करे ताकि उन्हें भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री हरियाणा निवास में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों के 7 वें बैच को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सुशासन सहयोगियों से उनके अनुभव के बारे में जानकारी ली और उनके सवालों का जवाब दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डा. अमित अग्रवाल भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन सहयोगियों को सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को आगे बढ़ाते हुए नए नजरिए के साथ कार्य करना है। हर तीन माह में सुशासन सहयोगियों की बैठक आयोजित कर फीडबैक ली जाएगी। इस दौरान नए प्रोजैक्टस की प्रस्तुति करते समय उनके समक्ष सिस्टम में आने वाली कठिनाइयों के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। इसके अलावा, जनता को मिलने वाले लाभ के बारे में भी पता चल सकेगा। इसलिए हमेशा फील्ड में रहकर जनप्रतिनिधियों एवं जनता के बीच मिलकर बेहतर कार्य करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए नौकरियों में संयुक्त पात्रता परीक्षा लागू किया गया है, इसके तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रतिभागियों से एक बार ही फीस ली जा रही है। युवाओं के लिए स्कीलिंग सिस्टम अपनाया गया है। इसके लिए पलवल में स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। सेना में भी युवाओं की संख्या अधिक है और खेलों के क्षेत्र में युवाओं ने देश ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर हरियाणा का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 50 हजार स्वंय सहायता समूह बनाए गए हैं, जिनसे 50 लाख समूहों को ऋण एवं उनके उत्पाद की मार्केटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे है। इस साल सरकार ने हर समूह के साथ एक गरीब महिला को जोड़ने का निर्णय लिया है ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सुशासन सहयोगी परियोजना निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने कहा कि 2016 में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी परियोजना का एक अनूठा कार्यक्रम शुरू किया। इसके तहत सुशासन सहयोगी ने पिछले 7 सालों से राज्य के शासन में सुधार की दिशा में कृषि, गरीबी उन्मूलन, ई-गवर्नेंस, शिक्षा और सेवा वितरण में कई प्रमुख पहलों पर काम किया है। इस वर्ष, देश भर से 24 युवा पेशेवरों को शासन में सुधार के लिए राज्य की प्राथमिकताओं पर मुख्यमंत्री कार्यालय और हरियाणा सरकार के साथ काम करने के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत से लगभग 2500 युवाओं ने आवेदन किया जिसमें 25 सुशासन सहयोगी चुने गए। इनमें 14 पुरुष एवं 11 महिलाएं शामिल है। उन्होंने कहा कि राज्य के शासन के लिए उनका योगदान अमूल्य होगा जो विकास और सुशासन की दृष्टि से हरियाणा को एक आदर्श राज्य बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों को मजबूत करेगा। इस अवसर पर अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापक विनीत गुप्ता, सुमन भी मौजूद रहे। हीरो मोटर्स कोर्पस से राकेश मुखिजा, रवि पाहुजा, कोटक महेन्द्रा से अभिजीत, सिसको से तरुण एंथोनी ऑनलाइन जुडे़।
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